शत्रु नाश की देवी हैं मां बगलामुखी।
बगलामुखी पूजन
मां बगलामुखी को दस महाविद्याओं में आठवीं महाविद्या के रूप में पूजा जाता है। इन्हें स्तंभन शक्ति की देवी कहा जाता है, जो शत्रुओं का नाश करती हैं और अपने भक्तों की रक्षा करती हैं। बगलामुखी देवी का पूजन विशेष रूप से तब किया जाता है जब व्यक्ति को लगातार बाधाओं, शत्रु भय, मुकदमेबाजी, या नकारात्मक ऊर्जा का सामना करना पड़ रहा हो। माना जाता है कि मां बगलामुखी का आह्वान करने से विरोधियों की बोलती बंद हो जाती है, शत्रुओं की शक्ति नष्ट होती है और कानूनी मामलों में विजय प्राप्त होती है। यह पूजन तंत्र शास्त्र में अत्यंत प्रभावशाली माना गया है और विशेष रूप से रात्रि में या अमावस्या को किया जाता है। मां बगलामुखी की उपासना से व्यक्ति को आत्मबल, मानसिक शांति, और विजय प्राप्त होती है। उनका पूजन पीले वस्त्र, पीले फूल, हल्दी की माला और विशेष मंत्रों से किया जाता है। यह पूजा साधक को सभी प्रकार के भय, रोग, संकट और शत्रु बाधाओं से मुक्ति दिलाती है और जीवन में स्थिरता व सफलता प्रदान करती है।